कटु सत्य -3 --8बुरी आदतें & निराशा से आशा की ओर MOTIVATIONAL

A


8 ऐसी बुरी आदतें जिन्हें हम हर दिन दोहराते हैं

आज हम 8 ऐसी बुरी आदतों के बारे में बात करेंगे, जिनमें से ज्यादातर बुरी आदतों को हम लगभग हर दिन दोहराते हैं. और ये आदतें हमें लगातार नुकसान पहुंचाती है. इन आदतों को सुधारकर हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं.

1
समय बर्बाद करना – ज्यादातर लोग अपने समय को लेकर सतर्क नहीं रहते हैं और इस कारण वे हर दिन गैर जरूरी कामों में अपने कई घंटे बर्बाद कर देते हैं. और यह बुरी आदत ढेरों लोगों में पाई जाती है.
2
Health के लिए समय नहीं निकालना – हमलोग स्वस्थ्य तो रहना चाहते हैं, लेकिन स्वास्थ्य के लिए समय नहीं निकालते हैं. अगर आप स्वास्थ्य के लिए समय निकालेंगे, तो आने वाले समय में कई परेशानियों से बचेंगे.

3 Internet – इन्टरनेट हमारे जीवन को सरल बनाने के लिए है, लेकिन कुछ लोग इन्टरनेट का उपयोग
अपना समय बर्बाद करने के लिए करते हैं. हमें इन्टरनेट का उपयोग जरुर करना चाहिए लेकिन यह भी
ध्यान देना चाहिए कि इसका हमारे जीवन पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े.

4 दूसरों की जिंदगी में बेवजह दखल देना – बहुत सारे लोगों की बुरी आदत होती है कि वे Directly या
Indirectly दूसरों की जिंदगी में दखल देते रहते हैं. यह आदत न तो आपके लिए अच्छी है और न
सामने वाले व्यक्ति के लिए.

5अपनी बुराइयाँ दूर न करना – ज्यादातर लोग अपनी बुराई देखने की कोशिश हीं नहीं करते हैं. और बहुतकम लोग अपनी बुराई दूर करने की कोशिश करते हैं. याद रखिए आप अपनी बुराइयों को दूर किए बिना

अपनी जिंदगी को बेहतर नहीं बना सकते हैं.



6खुद को बेहतर बनाने के लिए कोशिश न करना – हम में से ज्यादातर लोगों की समस्या यह है कि हम
अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के ख्वाब तो देखते हैं लेकिन अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए
कुछ नहीं करते हैं.

7अपने से कमजोर पर ताकत दिखाना – लगभग हर इन्सान की यह कमजोरी होती है कि वह अपने
मन की भड़ास अपने से कमजोर व्यक्ति पर निकलता ह

8
ै.सोचना बहुत ज्यादा पर करना कुछ भी नहीं – बहुत सारे लोग बहुत सारी चीजें सोचते हैं लेकिन करते
कुछ नहीं इसी कारण से वो अपने जीवन में कोई खास उपलब्धि न प्राप्त कर पाते हैं


B

निराशा से आशा की ओर


हमारे जीवन में अक्सर ऐसे मौके आते हैंजब हम बेहद निराश और उदास होते हैं।
ऐसे मौके पर हमें खुद को अपने परिवेश की अच्छी चीजों की याद दिलानी पड़ती है।
ऐसा करने से नकारात्मक चीजें अपने आप विलुप्त हो जाती हैं क्योंकि
संसार में केवल प्रकाश का अस्तित्व है,
अंधेरा तो प्रकाश की अनुपस्थिति है
इसी तरह गर्मी (heat) का ही अस्तित्व है,
शीत (cold) वास्तव में गर्मी की अनुपस्थिति है
हमें Light और Heat के बारे में ही पढ़ाया जाता है,
हमारे पाठ्यक्रम में शीत और अंधकार का कोई चेप्टर नहीं होता है

सकारात्मक सोचना या सोचना हमारे मन के नियंत्रण में है
और हमारा मन हमारे नियन्त्रण में है
अगर हम अपने मन से नियंत्रण हटा लेंगे तो
मन अपनी मर्जी करेगा और
हमें पता भी नहीं चलेगा कि
कब हमारे मन में नकारात्मक पेड़ उग गए हैं

आप, जलती हुई मोमबत्ती को उल्टा करते हो,
तब भी उसकी लौ हमेशा उपर की तरफ जाती है।
जीवन में भी, इतनी सारी घटनायें घटेंगी,
जहाँ आपका उत्साह, जोश, नीचे दब जाएगा।
उस समय याद रखनामैं मोमबत्ती की तरह हूँ
और मैं इस परिस्थिति से बाहर जाऊँगा।
मेरे उत्साह को, जोश को, कुछ भी रोक नहीं सकता।

अतः जब भी उदासी और

निराशा के बादल गहराएँ तो याद रखें ये 10 बातें

1. वक्त सारे घाव भर देता है।
2.
मौके हर जगह हैं।
3.
दुनिया में अच्छे लोगों की कमी नहीं है जो आपकी मदद कर सकते हैं और आपको प्रेरित कर सकते हैं।
4.
जो पसंद नहीं है यदि उसको बदल सकते हैं तो बदल दें अन्यथा उस पर ध्यान देना छोड़ दें
5.
कुछ भी उतना बुरा नहीं है जितना कि दिखता है।
6.
जीवन सुलझा होता है इसे उलझाएँ नहीं।
7.
असफलताएँ और गलतियाँ आशीर्वाद और वरदान हैं।
8.
जाने दो यारों वाला ऐटिट्यूड अपनायें, आप हमेशा प्रसन्न रहेंगे।
9.
ये पूरी सृष्टि हमेशा आपके पक्ष में काम करती है कि विरोध में।
10.
हर अगला दिन आपके लिए नयी उम्मीदों का भण्डार लेकर आता है।






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